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क्या तलाक होने के पीछे कोई ज्योतिषीय कारण होते हैं ?

By November 29, 2022December 4th, 2023No Comments
Divorce

विवाहित जोड़ों के बीच तलाक होना आजकल एक आम बात हो गई है। छोटी सी गलतफहमी के कारण पति पत्नी अलग हो जाते हैं। सिर्फ प्रेम विवाह ही नहीं, अरेंज मैरिज वाली जोड़ियों का भी तलाक हो जाता है। इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं। परंतु तलाक होने के पीछे ग्रह की युति भी जिम्मेदार होती है। जातक की कुंडली में ग्रह नक्षत्रों की स्थिति से वैवाहिक जीवन प्रभावित हो सकती है।
आइए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिष से जानते हैं अलगाव और तलाक के योग के बारे में –

पति पत्नी के तलाक के कारण –

  • संचार की कमी, अन्य महिला या पुरुष से संबंध रखना, संतान न होना, वित्तीय बेमेल आदि।
  • यदि शादी से पहले युवक और युवती का कुंडली मिलान करवाया जाए तो बहुत सी समस्याएं पहले ही हल हो सकती हैं।
  • यदि जातक की कुंडली में विवाह भाव यानी सातवें भाव में स्पष्ट हानिकारक प्रभाव है, तो भविष्य में तलाक होने की संभावना होती है। अतः ऐसे मेल से बचना चाहिए।
  • ज्योतिष शास्त्र में कुंडली मिलान करते समय केवल नियमित गुण मिलान काफी नहीं होता। संपूर्ण संतुष्टि के लिए सूर्य और चंद्रमा ग्रह की स्थिति की जांच करवानी चाहिए। किसी अच्छे ज्योतिष से विवाह के लिए प्रासंगिक भावों का सर्वश्रेष्ठ विश्लेषण करवाना चाहिये।

Pati Patni Ka Talak

कुंडली में तलाक योग

आइये पढ़ते हैं ग्रहों की युति जिससे अलगाव की स्थिति बनती है –

  • अगर कुंडली में सातवाँ भाव छठे भाव में हो, तो आठवें भाव से अलगाव की संभावना बनती है।
  • यदि मंगल ग्रह पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में किसी अन्य अशुभ ग्रह से जुड़ा हुआ हो तो वैवाहिक जीवन में अशांति बनी रहती है।
  • अगर जातक की कुंडली में सातवें भाव का स्वामी छठे भाव में बैठा है तथा उस पर मंगल ग्रह की दृष्टि है, तो अकस्मात् अलगाव हो सकता है।
  • जब सातवां स्वामी छठे भाव में बैठा हो और शनि से दृष्ट हो, तब एक विस्तारित अदालती मामले के बाद जातक का तलाक हो सकता है।

Planet

अलगाव या तलाक के लिए जिम्मेदार ग्रह योग –

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन ग्रहों को अलगाव या तलाक योग बनाने में प्रमुख माना गया है – सूर्य, मंगल, शनि, राहु और केतु। इन अशुभ ग्रहों की वजह से जातक को अपने वैवाहिक जीवन में कष्ट उठाने पड़ते हैं। और इन ग्रहों के प्रभाव से पति पत्नी एक- दूसरे से अलग भी हो जाते है।

Sun

कुंडली में तलाक के संकेत

ज्योतिष शास्त्र में राशिफल से उपयुक्त जीवनसाथी का संकेत मिल जाता है, चाहे लव मैरिज हो या अरेंज मैरिज। राशिफल से यह भी पता लगाया जा सकता है कि दोनों व्यक्तियों के बीच संबंध अनुकूल होंगे या प्रतिकूल।
वैदिक ज्योतिष में कुछ ग्रहों की स्थिति से कुंडली में तलाक के संकेत पता किए जा सकते हैं। कुछ ऐसे संयोजन होते हैं जिससे शादीशुदा जोड़ों में तलाक का योग बनता है।

कुंडली में तलाक के संकेत –

  • जातक की कुंडली में चौथा भाव परिवार में सुख शांति का प्रतिनिधित्व करता है। यदि चतुर्थ भाव या चतुर्थ भाव के स्वामी की स्थिति ठीक ना हो, तो जातक को परिवार संबंधी कई कष्टों का सामना करना पड़ता है।
  • कुंडली में सप्तम भाव मुख्य रूप से विवाह का प्रतिनिधित्व करता है। यदि सप्तम भाव या सप्तम भाव का स्वामी पीड़ित हो, तो विवाह कई प्रकार की गंभीर स्थितियाँ बन सकती हैं।
  • कुंडली का दूसरा भाव कुटुम्ब का प्रतिनिधित्व करता है। अतः दूसरे भाव मी खराब स्थिति से भी तलाक की संभावना पता लगाई जा सकती है।

Fighting Couple

अलगाव से बचने के ज्योतिषी उपाय

विवाह से पूर्व लड़के और लड़की की कुंडली का मिलान करवाना अत्यंत ही आवश्यक है। ऐसा करने से आप तलाक की संभावना को बहुत हद तक रोक सकते हैं। अतः जीवन में तलाक से बचने का सर्वश्रेष्ठ समाधान है कुंडली मिलान के बाद ही विवाह करना और अपने जीवनसाथी की अनुकूलता की जांच करवाना।

Kundli Milan

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल –

1. कुंडली में विवाह का योग जानने के लिए किन भावों का विश्लेषण आवश्यक है ?

कुंडली में विवाह योग के लिए चौथा, सप्तम, दूसरा तथा बारहवां भाव ज़िम्मेदार होता है। इसलिए इन भावों का विश्लेषण करना चाहिए।

2. ज्योतिष के अनुसार तलाक को कैसे रोक सकते हैं ?

तलाक के ज्योतिषीय उपाय – कभी भी बिना कुंडली की जाँच करवाये, शादी नहीं करना चाहिए। पहले की कुंडली मिलान करवा लेने से अशुभ संकेतों का पता लगाया जा सकता है।

3. कुंडली में कौन सा भाव दूसरी शादी होने का संकेत देता है ?

जातक की कुंडली का दूसरा भाव पारिवारिक जीवन के लिए जिम्मेदार होता है। यदि दूसरा भाव कमज़ोर हो तो जातक का वैवाहिक जीवन भी कमजोर पड़ जाता है। कुंडली में आठवें भाव भी दूसरे विवाह का सूचक है।

4. पति पत्नी के तलाक के पीछे क्या कारण होते हैं ?

तलाक के कई कारण हो सकते हैं – वैवाहिक जीवन में बोलचाल की कमी, किसी दूसरी महिला या पुरुष से संबंध रखना, संतान न होना, वित्तीय बराबरी ना होना आदि।

5. कुंडली में अलगाव के लिए कौन से योग बताये गये हैं ?

वैदिक ज्योतिष में सूर्य, मंगल, शनि, राहु और केतु जैसे ग्रहों को शादीशुदा जीवन के लिए अशुभ माना गया है। ये अलगाव या तलाक का योग बनाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

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Yashika Gupta

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